Maalik Movie Review
बिलो एवरेज पिक्चर है। हम बहुत ज्यादा लीपापोती नहीं करूंगा। पिक्चर बहुत बहुत मेडकर है। इतना कि आपका दिमाग खराब होने लगता है। जहां राजकुमार राव की नई मूवी मालिक एक उत्तर प्रदेश के टिएर टू शहर प्रयागराज के गैंगस्टर के बारे में है कि कैसे वो एक आम आदमी हुआ करता था। मगर हालातों के दबाव में आकर उसे अपराध की दुनिया को चुनना पड़ा। बड़ी हैरानी की बात यह है कि जितने ही वर्सटाइल राजकुमार राव एज एन एक्टर हैं उतनी ही टाइप कास्ट फिल्मोग्राफी उनकी होती जा रही है। यह उत्तर प्रदेश, टियर टू, पूर्वांचल, अवध, बुंदेलखंड से बाहर ही नहीं निकल पा रहे हैं। जहां इन्हीं बातों में यह गलतफहमी आप मत रखिएगा कि पिक्चर बहुत मीडियाकर है। तो इसका मतलब यह नहीं है कि इसके पात्र भी उसी तरीके के हैं। बिल्कुल नहीं। राजकुमार राव स्पेशली राजकुमार राव की परफॉर्मेंस में आप एक ईंट नहीं ला सकते। बंदा आता है, डिलीवर करता है एंड पोटेंशियल से नजर आता है कि विद द राइट मटेरियल एंड डायरेक्शन यह एक मासी लार्जर दन लाइफ एक्शन हीरो बन सकते हैं। मगर अभी के लिए यह मालिक मूवी उनके टैलेंट को जस्टिफाई नहीं करती। जहां फिल्म के ए सर्टिफिकेट होने के नाते कुछ अच्छे मोमेंट्स निकल आते हैं। बिग रिवील के बाद एक टेंशन काफी अच्छा होल्ड करके रखते हैं। फिल्म में साइलेंसेस का काफी कमाल का इस्तेमाल किया गया है। बैकग्राउंड स्कोर में जो एक ठहराव दिया गया है उसका कमाल का इस्तेमाल किया गया है। वहां वो समझते हैं कि माली के कैरेक्टर को छोड़ने की जरूरत है ग्रो करने के लिए ट्रॉमा से। एंड उन्हीं के कुछ मोमेंट्स में से मेरे कुछ अटेंशन गैबिंग एग्जांपल्स कुछ ऐसे थे कि जब वो पहला बदला अपना लेने जा रहा होता है वो सीन काफी कमाल का है जो इंटरवल से पहले ही हमें देखने को मिलता है वो दिन दहाड़े पुलिस वाले के घर पहुंच जाता है उसे धमकी देने के लिए एंड वहां की डायलॉग डिलीवरी भाई साहब मुझे वो बहुत ही ज्यादा पसंद आई एंड उसके अलावा एक मोमेंट आता है जब वो लोगों को लटका रहा होता है मैं बता रहा हूं राजकुमार राव परफॉर्म कमाल का करते फुल रिस्पेक्ट उनकी एक्टिंग के लिए लेकिन उसके अलावा फिल्म इतनी ज्यादा ज्यादा ड्रैग है कि आप थक जाते हो कि इतना वाला एक्सपोज़िशन देखतेदेखते कि क्या चल रहा है? क्यों दिखा रहे हो हमें?
एकदम सोललेस एम्प्टी सा। क्यों ही आप किसी की डेथ के लिए फील करोगे यहां पे। एंड फिर एंड का बिग रिवील भी इतना कॉर्नियाज बनाया गया है कि भाई यार इतनी प्रेडिक्टेबल मूवी बन जाती है कि आप जो सोच रहे हो वही आप स्क्रीन पे देख रहे हो। जैसे कि अब कोई टेलीपैथी सुपर पावर आपको मिली हुई है। एंड सबसे बुरी बात फिल्म की कि जो एक्शन है इसका जो किया इन्होंने जो ये कर सकते थे बेस्ट उन्होंने अपना किया। मगर उनमें वो जो 80 का हीरो बनने का जो चशका बीच-बीच में चढ़ जाता है क्योंकि पूरी पिक्चर में नहीं चढ़ता। बीच-बीच में कोशिश करते हैं कि नहीं अभी थोड़ा सा पुराने जमाने वाले हीरो बनते हैं कि अब मैं इसे मुक्का क्या रोकूंगा। फिर एक बीबीएस वाला मोमेंट भी आता है कि सुपरमैन की तरह राजकुमार रॉ को पंचेस लगे। एंड फिर बीच में ऐसे रुक गए कि उन्होंने वो फेस ही नहीं हो रहे उन पंचेस से। एंड ये चीज 90ज और 80ज में ही ठीक लगती थी। एंड कुछ मोमेंट्स में साउथ वालों के भी हर बार काम नहीं करती कि भाई एक मोमेंट ऐसा मिल जाए सलाम रॉकी भाई वाला मोमेंट तो आप देख के हीरो मोमेंट सेलिब्रेट ही करने लगो। ऐसा फील नहीं हुआ। जहां एक तरफ यह कैप्टन अमेरिका की तरह जंप्स भी ले रहे होते हैं, जॉनविक की तरह भाई एग्जॉस्ट भी हो रहे होते हैं लड़ते-लड़ते और दूसरी तरफ बच्चन भी बनना चाहते हैं। तो इन सब सारी चीजों में बीच में पिसते हुए यह पिक्चर नजर आती है। बीच में वो थोड़ा सा कहीं-कहीं मोमेंट्स आता है कि अपना स्त्री वाला भी राजकुमार राव देखने को मिल जाता है। मगर फिर भी एक्टर कमाल के वो अपने अग्रेशन डोमिनेंस होल्ड करके रखते हैं। बाकी मुझे अगर कोई चीज बहुत ही ज्यादा पसंद आई तो वो था राजकुमार राव के शर्ट्स। मुझे काफी अच्छे लगे। अगर आप सब में से किन्ही को पता है कि उनको क्या बोलते हैं तो प्लीज मुझे बताइएगा। एक बार ट्राई जरूर से करना चाहूंगा। बाकी मूवी हद मिडकर है। फर्स्ट हाफ तो देखकर थोड़ा सा भी ठीक लगता भी है। मगर उसके बाद तो यह बहुत ही ज्यादा मिडकर हो जाती है और उस मिडकरिटी से आपका दिमाग खराब होने लगता है कि क्या ही देख रहा हूं मैं। बाकी हां एक्टर की एक्टिंग में कोई कमी नहीं निकाल सकते। एंड बाकी मूवी आप अपनी ओपिनियंस बताओ अगर आपने देखी है तो आप उसके बारे में क्या सोचते हो एंड या सुपरमैन देखी कैसी लगी वो भी बताना ||